सोमवार, 23 फ़रवरी 2009
बदल गया आसमान
एक छोटी सी, नन्हीं सी परी जैसी गुडिया छा गई दुनिया के सुनहरे फलक पर। किताबों में पढ़ा था, कहानियो में सुना था आसमान से फ़रिश्ता आएगा और खुशियों का पिटारा लायेगा। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के दबही गाँव में जन्म लेने वाली पिंकी की ज़िन्दगी में भी खुशियों की बहार आ चुकी है। उसकी ज़िन्दगी में बहार लाया है वह शख्स जो न उसके गाँव का और न ही उसके देश का। वह तो सात समुन्दर पार से आया एक परदेशी था जो उसके साथ-साथ उसके परिवार की ज़िन्दगी को वह सुनहरे मोड़ दे गया, जिसकी उन्होंने अपने सपने में भी कल्पना नहीं की होगी। वह शख्स है अमेरिकी फ़िल्म निर्माता निर्देशक मगन मेलन। जिसने नन्हीं सी पिंकी को फर्श से उठाकर अर्श के सुनहरे फलक पर सजा दिया। जहाँ से पिंकी मिर्जापुर तो क्या भारत के गोरव मई इतिहास के सुनहरे पन्नों पर अंकित हो गई.
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badhai, narayan narayan
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